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Showing posts from December, 2018

असम का बोगीबील पुल भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है

सुरक्षा रणनीति के नज़रिए से इस पुल को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. सुरक्षा जानकारों का मानना है कि ब्रह्मपुत्र के दोनों तरफ बसे लोगों की कनेक्टिविटी के अलावा असम के इस हिस्से को चीन की सीमा से सटे अरुणाचल प्रदेश से जोड़ना बेहद ज़रूरी था. ताकि बिना किसी दिक़्क़त के भारतीय फ़ौज अपने सामान के साथ सीमावर्ती प्रदेश के आख़िरी छोर तक कम समय में पहुंच सके. दरअसल, 5,900 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनकर तैयार हुए बोगीबिल पुल के नीचे की तरफ़ दो रेल लाइन बिछाई गई हैं और उसके ऊपर तीन लेन की सड़क बनाई गई है, जिस पर भारी सैन्य टैंक आसानी से गुजर सकेंगे. इस पुल के शुरू होने के साथ ही असम से अरुणाचल प्रदेश के बीच की यात्रा का समय चार घंटे कम हो जाएगा. जबकि दिल्ली से डिब्रूगढ़ के बीच ट्रेन यात्रा में तीन घंटे की कटौती होगी. इसके अलावा इस पुल की वजह से धेमाजी से डिब्रूगढ़ की दूरी महज 100 किलोमीटर रह जाएगी, जो सिर्फ़ 3 घंटे में पूरी की जा सकेगी. जबकि इससे पहले दोनों शहरों का फ़ासला 500 किलोमीटर का था, जिसे पूरा करने में 24 घंटे का वक्त लगता था. 1962 युद्ध के बाद उठी थी मांग बोगीबील पुल प

RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के सामने 5 चुनौतियां

पूर्व वित्त सचिव शक्तिकांत दास को भारतीय रिजर्व बैंक का नया गवर्नर नियुक्त किया गया है. इस नियुक्ति पर पूरी दुनिया की नजर टिकी है. दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र , दूसरा सबसे बड़ा बाजार और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल ने देश की सरकार के साथ चल रही स्वायत्तता की खींचतान के बीच इस्तीफा दे दिया. रिजर्व बैंक और सरकार के बीच जारी विवाद के महत्व के देखते हुए चौबीस घंटे के अंदर देश में बड़े आर्थिक फैसलों को लागू करने वाले रिटायर्ड आईएएस अधिकारी दास को रिजर्व बैंक की कमान सौंप दी है. नोटबंदी और जीएसटी जैसे अहम आर्थिक फैसलों को लागू करने वाले दास को सिविल सेवा से रिटायरमेंट के बाद केन्द्र सरकार के वित्त आयोग का सदस्य नियुक्त कर दिया गया था. दास ऐसे समय में रिजर्व बैंक की कमान संभाल रहे हैं जब रिजर्व बैंक के सामने केन्द्र सरकार से चल रही स्वायत्तता की खींचतान के साथ-साथ सुस्त घरेलू अर्थव्यवस्था और वैश्विक स्तर पर गंभीर चुनौतियां खड़ी हैं. चुनौती नंबर-एक शक्तिकांत दास के सामने सबसे बड़ी चुनौती केन्दीय रिजर्व बैंक की साख को बचाने की है. जिस तरह से पिछले दो ग