पहला राज्य जहां सामान्य वर्ग के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण हुआ लागूः पाँच बड़ी ख़बरें
संसद से पारित आरक्षण बिल को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को मंजूरी दे दी. इसके बाद गुजरात सरकार ने 14 जनवरी से इसे लागू करने की बात कही है.
गुजरात सरकार की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि कानून पहले से घोषित उन नौकरियों पर भी लागू होगा, जिनकी भर्ती प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है.
महिला 'संजू' फ़िल्म में उनके साथ काम कर रही थीं. एक वेबसाइट पर अपने आलेख में महिला ने खुद को सहायिका बताया है और आरोप लगाया है कि मार्च से सितंबर 2018 के बीच एक बार से ज़्यादा हिरानी ने उसका यौन उत्पीड़न किया.
वहीं हिरानी ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है. उन्होंने कहा है कि ये सभी आरोप उनकी छवि खऱाब करने के इरादे से लगाए गए हैं.
फ़िल्म निर्माता के वकील आनंद देसाई ने आरोप को "ग़लत, नुकसान पहुंचाने और मानहानि करने वाला" बताया है.
सपा-बसपा गठबंधन के बाद कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया है.
कांग्रेस के यूपी प्रभारी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आज़ाद ने रविवार को कहा कि पार्टी सभी 80 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी.
उन्होंने यह भी कहा कि इस लोकसभा चुनावों में लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच है और वो साल 2009 के मुकाबले दोगुनी सीटें जीतेंगे.
आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे.
हालांकि उनकी पार्टी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गोवा और चंडीगढ़ की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि पार्टी उत्तर प्रदेश के कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
पिछले लोकसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल ने वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी थी.
सऊदी अरब के शाही परिवार के प्रिंस तुर्की अल-फैसल ने अमरीका के उस फ़ैसले की निंदा की है, जिसके तहत सीरिया से अमरीकी सेनाओं का वापस बुलाने का ऐलान किया गया. प्रिंस का ये बयान ऐसे वक़्त में आया है जब अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो रियाद में हैं.
अमरीका में सऊदी अरब के राजदूत रह चुके प्रिंस तुर्की अल फ़ैसल ने राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के फैसले को बेहद नकरात्मक कदम बताया है. प्रिंस ने बीबीसी से कहा कि अमरीकी सेनाओं को बुलाने से सीरिया में राष्ट्रपति बसर अल असद और रूस की स्थिति मज़बूत होगी. इसका फ़ायदा ईरान को भी होगा.
फै़सल ने कहा, ''मेरी नज़र में अमरीका का ये कदम आने वाले वक्त में समाधान की बजाय हालात को और बिगाड़ देगा. सीरिया में जो हालात हैं उसके लिए पूरी दुनिया सीरियाई लोगों की अनदेखी करने की दोषी है.''
प्रिंस फैसल फिलहाल सरकार का हिस्सा नहीं हैं लेकिन उन्होंने दशकों तक सऊदी सरकार के लिए काम किया है. वो सरकार का आधिकारिक पक्ष भले ही न रख रहे हों लेकिन सऊदी अरब के बहुसंख्य लोगों की भावनाएं जाहिर कर रहे हैं.
सीरिया से सैनिकों की वापसी पर अमरीका का रुख साफ करते हुए माइक पोम्पियो ने अबूधाबी में कहा कि इस फैसले का मतलब ये नहीं है कि चरमपंथ के खिलाफ अमरीकी लड़ाई बंद हो जाएगी.
गुजरात सरकार की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि कानून पहले से घोषित उन नौकरियों पर भी लागू होगा, जिनकी भर्ती प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है.
महिला 'संजू' फ़िल्म में उनके साथ काम कर रही थीं. एक वेबसाइट पर अपने आलेख में महिला ने खुद को सहायिका बताया है और आरोप लगाया है कि मार्च से सितंबर 2018 के बीच एक बार से ज़्यादा हिरानी ने उसका यौन उत्पीड़न किया.
वहीं हिरानी ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है. उन्होंने कहा है कि ये सभी आरोप उनकी छवि खऱाब करने के इरादे से लगाए गए हैं.
फ़िल्म निर्माता के वकील आनंद देसाई ने आरोप को "ग़लत, नुकसान पहुंचाने और मानहानि करने वाला" बताया है.
सपा-बसपा गठबंधन के बाद कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान किया है.
कांग्रेस के यूपी प्रभारी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आज़ाद ने रविवार को कहा कि पार्टी सभी 80 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी.
उन्होंने यह भी कहा कि इस लोकसभा चुनावों में लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच है और वो साल 2009 के मुकाबले दोगुनी सीटें जीतेंगे.
आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे.
हालांकि उनकी पार्टी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गोवा और चंडीगढ़ की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि पार्टी उत्तर प्रदेश के कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
पिछले लोकसभा चुनावों में अरविंद केजरीवाल ने वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी थी.
सऊदी अरब के शाही परिवार के प्रिंस तुर्की अल-फैसल ने अमरीका के उस फ़ैसले की निंदा की है, जिसके तहत सीरिया से अमरीकी सेनाओं का वापस बुलाने का ऐलान किया गया. प्रिंस का ये बयान ऐसे वक़्त में आया है जब अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो रियाद में हैं.
अमरीका में सऊदी अरब के राजदूत रह चुके प्रिंस तुर्की अल फ़ैसल ने राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के फैसले को बेहद नकरात्मक कदम बताया है. प्रिंस ने बीबीसी से कहा कि अमरीकी सेनाओं को बुलाने से सीरिया में राष्ट्रपति बसर अल असद और रूस की स्थिति मज़बूत होगी. इसका फ़ायदा ईरान को भी होगा.
फै़सल ने कहा, ''मेरी नज़र में अमरीका का ये कदम आने वाले वक्त में समाधान की बजाय हालात को और बिगाड़ देगा. सीरिया में जो हालात हैं उसके लिए पूरी दुनिया सीरियाई लोगों की अनदेखी करने की दोषी है.''
प्रिंस फैसल फिलहाल सरकार का हिस्सा नहीं हैं लेकिन उन्होंने दशकों तक सऊदी सरकार के लिए काम किया है. वो सरकार का आधिकारिक पक्ष भले ही न रख रहे हों लेकिन सऊदी अरब के बहुसंख्य लोगों की भावनाएं जाहिर कर रहे हैं.
सीरिया से सैनिकों की वापसी पर अमरीका का रुख साफ करते हुए माइक पोम्पियो ने अबूधाबी में कहा कि इस फैसले का मतलब ये नहीं है कि चरमपंथ के खिलाफ अमरीकी लड़ाई बंद हो जाएगी.
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